हम बार बार हिन्दू धर्म और ब्राह्मण धर्म अलग अलग है कहते रहेंगे , आपको पसंद आये या ना आये !

हिन्दू धर्म और ब्राह्मण धर्म अलग अलग है फिर विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्मी ब्राह्मण हिन्दू धर्म में ब्राह्मण बन कर क्यों आना चाहते है ? क्या है उनका मकसद ? क्यों निहि वो छोड़ देते है वैदिक वर्णवादी , जातिवादी , भेदभाव वादी , ऊंचनीच वादी, रेपिस्ट , चारित्र्य हिन् वैदिक ब्राह्मण गाड्स जैसे ब्रह्मा , विष्णु , इंद्रा , सोम , रूद्र इत्यादि और वो ३ प्रतिशत विदेशी ब्राह्मण क्यों नहीं होना चाहते है सत्य हिन्दू धर्मी जहा वेद भेद नहीं है , जनेऊ , होम हवन नहीं है !

इसका कारण बच्चा बच्चा भी जानता है क्यों जी वे अलग धर्म के है जिनका धर्म वेद , भेद , मदिर, मॉस, मैथुन , मुफ्तखोरी पर आधारित है। ये सब को कैसे छोड़ सकते है ?

हिन्दू धर्म बहुत सरल और सुन्दर है वो धर्मात्मा कबीर ने अपनी वाणी बीजक में बहुत ही सुन्दर और गेय तरीकेसे बताया है वो भजन , गीत में भी आसानी से जन जन में बहुत ही पॉपुलर है , पुरे विश्वमे करोडो लोग उसे भजन के माध्यमसे भी सुनते है , उसका आचरण करते है। यह सत्य हिन्दू धर्म ब्राह्मण , वेद , वर्ण , जाती , ऊंचनीच , अस्पृश्यता , होम हवं , जनेऊ , अन्धविश्वास , ब्रह्मा , विष्णु आदि गलत वैदिक लोग इन सब को धत्ता बताता है , कूड़े में डालनेके लायक बताता है उसे मान कर विदेशी वैदिक धर्मी ब्राह्मण सत्य हिन्दू धर्म में कैसे आएंगे ? पर वो हिन्दू में ब्राह्मण बने रहना चाहते है ताकि वो वैदिक ब्राह्मण धर्म की गन्दगी हिन्दू धर्म में फैलाके रख सके और अपना उल्लू सीधा कर सके।

हमारे कुछ हिन्दू भाई ये सब नहीं जानते ऐसा नहीं पर तब भी वो हिन्दू और विदेशी वैदिक धर्मी ब्राह्मण को एकसाथ एक धर्म में देखना चाहते है। ठीक है पर क्या वो ये कैसे संभव है बता सकते है ?

पर हमारी लड़ई यहाँ केवल हिन्दू धर्म के शुद्धता के लिए नहीं है वो हिंदुस्तान के आज़ादी , हिन्दू जो मूल भारतीय है उनके आज़ादी , उनके रूल के लिए भी है। ३ पैर सेण्ट विदेशी ब्राह्मण हजारो सालो से हिन्दू धर्म में जाहा गन्दगी फैलाते रहे है वही दूसरी तरफ वो नेटिव हिन्दू को लुटाते रहे है , जाती वर्ण में बाट ९७ पैर सेण्ट गैर ब्राह्मण हिन्दू पर कभी विदेशी मोंगल, कभी विदेशी ब्रिटिश के साथ मिल कर राज करते रहे है और इनसे जिज़िया माफ़ भी करते रहे है। जब हिन्दू काढ़ रहे थे विदेशी ब्राह्मण इनके लिए जासूसी कर रहे थे। क्या ये इतिहास नहीं है ?

हम सच्चाई से मुँह नहीं मोड़ सकते नाही हम हिन्दू और हिंदुस्तान के आज़ादी को हम विदेशी ब्रह्मिनो के हाथ में गिरवी रख सकते। क्या देश के दुश्मन विदेशी ब्राह्मण कहना गलत है ? क्या विदेशी ब्राह्मण भारत छोडो कहना गलत है ? क्या जनेऊ छोडो , भारत जोड़ो , कहना गलत है ? क्या हिन्दू वोही , जो ब्राह्मण नहीं कहना गलत है ? नहीं बिलकुल नहीं !

हम बार बार हिन्दू धर्म और ब्राह्मण धर्म अलग अलग है कहते रहेंगे , आपको पसंद आये या ना आये !

नेटिविस्ट डी डी राउत ,
प्रचारक
सत्य हिन्दू धर्म सभा

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