फिर नन्ना बालक हो गया !
पोते के संग खेलते खेलते
मै फिर बच्चा हो गया
बुढ़ापा भूल कर अपना 
फिर न्ना बालक हो गया ----
उसने कहा हाथ मत लगा
खिलौना मेरा है, गाडी मेरी
मै जिद्दी बालक बन बैठा
मै बोला गाड़ी तोडूंगा तेरी ----
नहीं दूंगा मै तुम्हे कहकर
उसने उची बिल्डिंग बनायीं
ब्लॉक के ऊपर ब्लॉक रचे
मैंने लेलिए कुछ मैं ना रहा पीछे ----
जब मै झुका, पड़े उठाने घुटनो पर
ये मेरा , ये मेरा कहते कहते
घोडा बनाकर चढ़ बैठा पीठपर
मित्र, हम उम्र दोस्त समझकर -----
अब फिर मै न्ना बच्चा हूँ
दादाजीजी मुझे वो कहता है
बिच बिच में पिटाई हाथापाई
फिर ये ला वो ला कहता है -----
बड़ा नटखट जिद्दी है हमारा डुग्गु
ढोल ताशा गिटार गले में लटकाये
खुद बजता है, मुज़से बजवाता है
कभी सोफे से कूदि मरवाता है----
कभी बन जाता है वो मेरा डॉक्टर
लगाता इंजेकशन बनियान उठाकर
जांच करता है खेल का आला लगाकर
रोज गोली देता है याद दिलाकर ----
अब हम दोनों बच्चे खूब खेलते है
महापालिका उद्यान अड्डा हमारा
दोनों पोता दादाजी मिलकर जाते है
चिप , चॉकलेट , लॉलीपॉप खाते है ---
#जनसेनानी #Jansenani कल्याण, २५ सितम्बर,२०१८

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