उठो नवजवान नेटिवों

उठो नवजवान नेटिवों
देश ने तुम्हे बुलाया है
कुछ कर दिखने का
सही समय आया है

ये जवानी किस काम की
जिसके बाजू में जोर ना हो
ये लहू किस काम का
अन्याय पर शोर ना हो

ये हिन्द के जवनो
ये देश के दीवानो
समता के परवानो
स्वतंत्रता के मस्तानो

नयी कहानी लिखनी है
नयी कलम बनानी है
नयी किस्मत जगानी है
रुधिरो में आग लगानी है

तुम्ही हमारे सरसेनापती
नए भारत के भूपति
नए किस्मत के अधिपति
नेटिव के आँख ज्योति

देश ने तुम्हे ललकारा है
ब्रह्मिनिस्म से हारा है
जल रहे है अस्त्र शस्त्र
सविधान ने फुकरा है

अब लावो ऐसा खुनमे उफान
गिरे ब्रह्मिनिस्म का मकान
नहीं रहे ब्रह्मिनो की दुकान
नेटिव का हो मान सम्मान

#जनसेनानी #Jansenani कल्याण
१६ अगस्त, 2018

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